केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक सतिंदर कुमार मल्होत्रा के साथ 42.49 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने खुद को ईडी अधिकारी बताकर मल्होत्रा को कॉल किया और उन्हें डराया, यह कहकर कि उनके खिलाफ विभिन्न मामलों में सख्त कार्रवाई होने वाली है। इसके बाद ठगों ने उन्हें एक हफ्ते तक “डिजिटल अरेस्ट” में रखा और विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने को मजबूर कर दिया। जब ठगी का संचालन समाप्त हुआ, तो मल्होत्रा ने अपने दामाद को सूचित किया, जिसने पुलिस में शिकायत की।
डीसीपी आदित्य गौतम के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों के नाम महेंद्र कुमार वैष्णव, विशाल कुमार और श्याम दास हैं, जो पाली, राजस्थान के निवासी हैं। इन्हों ने ठगी करने वाले गिरोह को अपने बैंक खातों की जानकारी दी। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर मुख्य ठगों का पता लगाने की कोशिश शुरू कर दी है। गिरोह से जुड़े खातों में 8.49 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए, जिन्हें मनी लॉन्ड्रिंग में उपयोग किया गया था। पुलिस ने राजस्थान में आरोपियों को गिरफ्तार किया।
NEWSANP के लिए ब्यूरो रिपोर्ट