आतंक का नया चेहरा ! 4 दिन में 03 डॉक्टरों समेत 08 की गिरफ्तारी ने देश को चौंकाया..व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल का बड़ा खुलासा,2,900 किलो विस्फोटक बरामद!…

आतंक का नया चेहरा ! 4 दिन में 03 डॉक्टरों समेत 08 की गिरफ्तारी ने देश को चौंकाया..व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल का बड़ा खुलासा,2,900 किलो विस्फोटक बरामद!…

नई दिल्ली(NEW DELHI): देशभर में आतंक से जुड़ी हालिया गिरफ्तारियों ने सभी को चौंका दिया है। पिछले चार दिनों में चार डॉक्टरों की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ आम लोगों को भी हैरान कर दिया है।इन मामलों ने यह बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आतंकवाद अब अशिक्षा से नहीं, बल्कि कट्टर सोच से उपज रहा है, जो शिक्षा और पेशे की मर्यादाओं को भी लांघ रहा है।सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार डॉक्टरों में एक महिला डॉक्टर भी शामिल है, जो मेडिकल सर्विस के नाम पर आतंकियों को मदद पहुंचाने के आरोप में जांच के घेरे में है। इस खुलासे ने देशभर में नैतिक और सामाजिक स्तर पर गहरी चिंता पैदा कर दी है।सबसे चौंकाने वाला मामला एक महिला डॉक्टर का है, जिस पर आरोप है कि उसने इलाज के नाम पर आतंकियों को मदद पहुंचाई और उनके ठिकानों की सूचना साझा की। इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार डॉक्टरों के तार दिल्ली, केरल, कर्नाटक और बिहार तक फैले हैं। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह किसी बड़े मॉड्यूल का हिस्सा है, जो शिक्षित वर्ग को भी बरगला कर हिंसा के रास्ते पर ले जा रहा है।देशभर में फैले एक इंटर-स्टेट आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ
जम्मू-कश्मीर पुलिस की अगुवाई में चल रहे संयुक्त अभियान में
अब लखनऊ की एक महिला डॉक्टर की गिरफ्तारी से सनसनी मच गई है।
गिरफ्तार डॉक्टर की पहचान डॉ. शाहीन शाहिद के रूप में हुई है,जिन्हें श्रीनगर हवाई मार्ग से लाकर कस्टडी में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, उनकी कार से AK-47 राइफल बरामद की गई है।
डॉ. शाहीन इस केस में गिरफ्तार तीसरी डॉक्टर हैं। इससे पहले गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों में शामिल हैं —डॉ. मुज़म्मिल गनई, जो हरियाणा के फरीदाबाद में एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में टीचर थे।डॉ. अदील अहमद राथर, जिन्हें यूपी के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था।पुलिस का कहना है कि ये सभी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (AGH)
से जुड़े एक “व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल” का हिस्सा हैं —जहाँ आतंक की साजिशें बंदूक से नहीं, दिमाग़ और डॉक्टरेट की डिग्री से बुनी जा रही थीं। अब तक की कार्रवाई में कुल 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं,जिनके पास से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री,
हथियार, और संवेदनशील दस्तावेज़ बरामद हुए हैं।सूत्रों के मुताबिक,
यह नेटवर्क कश्मीर से लेकर हरियाणा, यूपी और लखनऊ तक सक्रिय था
और इसका मकसद था —
“व्हाइट कॉलर कवर” में देश के बड़े शहरों में आतंकी हमले की तैयारी। तीन डॉक्टर, एक नेटवर्क और 2,900 किलो विस्फोटक —दिखने में पढ़े-लिखे, असल में आतंक के ‘आर्किटेक्ट’।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला “शिक्षित आतंकवाद” (Educated Terrorism) की एक खतरनाक मिसाल बन सकता है, “जहां पढ़े-लिखे लोग हथियार नहीं, सोच से देश के खिलाफ युद्ध छेड़ देते हैं।” विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रवृत्ति “आइडियोलॉजिकल रेडिकलाइजेशन” का संकेत है — जहां शिक्षा के बावजूद कुछ व्यक्ति नफरत और हिंसा की मानसिकता में फंस जाते हैं।सुरक्षा एजेंसियों ने डॉक्टरों के डिजिटल रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजैक्शन और विदेशी संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में और कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
सुरक्षा एजेंसियां इन मामलों को गंभीरता से जांच रही हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह कोई बड़ा मॉड्यूल है जो पढ़े-लिखे पेशेवरों को आतंक की राह पर धकेल रहा है।

NEWSANP के लिए ब्यूरो रिपोर्ट

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